मंगलवार, 3 मार्च 2009

हे ! परम पिता....

हे ! परम पिता....
तुम दुनिया में
कोई स्थाई पिता नही रहने देते
क्योंकि , तुम्हारा वजूद हिल जाएगा
और शायद इसलिए भी कि
लोग तुम्हे भूल जाएँ .....
पर मैं तुम्हे बता दूँ
जबतक बच्चे यहाँ जन्मेंगे
पिता शब्द को अमरत्व मिलता रहेगा
पिता का भाव शाश्वत रहेगा
चाहे तुम रहो या न रहो
दुनियावी पिता तो रहेगा ......

-अंकन-

2 टिप्‍पणियां:

अनुराग अन्वेषी ने कहा…

हां भइया, बेशक।

raviranjan kumar ने कहा…

aapke bhawanowon ke sath hu.